महाकाव्य
राघव, रांगेय
महाकाव्य - आगरा विनोद पुस्तक मन्दिर 1958 - पृ. 123
हिन्दी समीक्षा
स 264
महाकाव्य - आगरा विनोद पुस्तक मन्दिर 1958 - पृ. 123
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